Himachal Pradesh

जान हथेली पर लेकर भविष्य संवारने की मजबूरी, कब जागेगी सरकार ?Punjabkesari TV

5 years ago

 यूं तो केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की जयराम सरकार सब पढ़ो, सब बढ़ो का नारा देते नहीं थकती और घर द्वार पर शिक्षा मुहैया करवाने के दावे करती है। लेकिन पांवटा के गिरीपार क्षेत्र में यह दावे खोखले साबित हो रहे हैं। यहां के पुंडला गांव में ना तो सड़क है और न ही यातायात का कोई साधन जिससे गांव के मासूम बच्चे रोजाना अपनी जान हथेली पर लेकर पढऩे के लिए स्कूल जाते हैं। गांव से स्कूल का रास्ता करीब 6 से 7 किलोमीटर है जिसे मासूम बच्चे पैदल तय करते हैं। इस दौरान जंगली रास्ते में बच्चों को खतरनाक जानवरों का भी डर लगा रहता है। लेकिन ये मासूम बच्चे अपना भविष्य संवारने के लिए मजबूरी में रोज यह जोखिम उठाते हैं।