Delhi News : 1984 में सिख कत्लेआम की कहानी, 40 साल बाद भी अधूरी। Anti Sikh Riot। Indira GandhiPunjabkesari TV
8 hours ago 1984 दंगे में मारे गए लोगों के परिवार वालों की यथास्थिति ओर उनकी मनोस्थिति निशब्द कर देती है. पीड़ित परिवारों के बच्चो ने नौकरी मिल रही है लेकिन सरकारी खाना पूर्ति बहुत है.
1984 दंगे में मारे गए लोगों के परिवार वालों की यथास्थिति ओर उनकी मनोस्थिति निशब्द कर देती है. पीड़ित परिवारों के बच्चो ने नौकरी मिल रही है लेकिन सरकारी खाना पूर्ति बहुत है.
1984 दंगे में मारे गए लोगों के परिवार वालों की यथास्थिति ओर उनकी मनोस्थिति निशब्द कर देती है. पीड़ित परिवारों के बच्चो ने नौकरी मिल रही है लेकिन सरकारी खाना पूर्ति बहुत है.