आधुनिकता के दौर में चैती मेले में पत्थरों को तराश रहे है कारीगरPunjabkesari TV
4 years ago आधुनिक युग में जहां सब कुछ आधुनिक हो गया...लेकिन आज भी पुरानी परंपराओं और प्राचीन वस्तुओं का अपना ही अलग महत्व है...काशीपुर के चैती मेले में आज भी सिल बट्टा बनाने वाले कारीगर रोजी रोटी कमाने के लिए पत्थर को तराश कर उन्हें नया रुप देने में लगे हैं...गर्मी के दिनों में चैती मेले में सबसे पहले आकर और सबसे आखिर में जाने वाले इन कारीगरों के यहां यह काम सदियों से होता चला आ रहा है...पत्थर को तराशकर उसे सिलबट्टा, खरल, और चक्की का रुप देना इनका पेशा है...