Bihar

मधेपुरा लोकसभा सीट पर चलता है माय समीकरण का जलवा, RJD और जेडीयू में होगा एक बार फिर से कड़ा मुकाबलाPunjabkesari TV

1 month ago

बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एक मधेपुरा लोकसभा सीट है...1967 के चुनाव में इस सीट से संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल ने चुनाव जीता...और 1968 के उपचुनाव में भी उन्हीं को जीत मिली...1971 में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई और चौधरी राजेंद्र प्रसाद यादव चुनाव जीतने में कामयाब रहे...1977 में भारतीय लोकदल के टिकट पर एक बार फिर से बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल चुनाव जीतने में कामयाब रहे...1980 में इस सीट पर चौधरी राजेंद्र प्रसाद यादव को जीत मिली...1984 के चुनाव में कांग्रेस के चौधरी महावीर प्रसाद यादव विजयी रहे...1989 में जनता दल ने इस सीट से चौधरी रमेंद्र कुमार यादव रवि को उतारा और उन्होंने जीत का परचम लहराया...1991 और 1996 के चुनाव में जनता दल के टिकट पर शरद यादव चुनाव जीते और लोकसभा पहुंचे...1998 में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव यहां से चुनाव जीतने में कामयाब रहे...1999 में फिर शरद यादव जेडीयू के टिकट पर यहां से चुनाव जीते...जबकि 2004 में लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से जीतने में कामयाब रहे...आपको बता दें कि लालू ने इस चुनाव में मधेपुरा और छपरा दो सीटों से लोकसभा का चुनाव जीता...हालांकि मधेपुरा से उन्होंने इस्तीफा दे दिया...इसके बाद आरजेडी के टिकट पर ही राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे...2009 में यहां से जेडीयू के शरद यादव फिर जीतने में कामयाब रहे...लेकिन 2014 में यह सीट एक बार फिर से RJD के खाते में गई...और पप्पू यादव सांसद बने...यहां यह भी बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान पप्पू यादव ने अपनी नई पार्टी बनाई...और इस बार वे अपनी ही पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.....वहीं 2019 में जेडीयू कैंडिडेट दिनेश चंद्र यादव  ने जीत हासिल की थी....साल 2008 में परिसीमन के बाद मधेपुरा लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की कुल 6 सीटें आती हैं...जिनमें मधेपुरा जिले की आलमनगर, बिहारीगंज, मधेपुरा जबकि सहरसा जिले की  सोनबरसा, सहरसा और महिषी विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं...