Jharkhand

क्या खूंटी लोकसभा सीट पर जीत हासिल कर पाएंगे अर्जुन मुंडा, 2019 के चुनाव में महज 1445 वोटों के मार्जिन से जीते थे मुंडाPunjabkesari TV

1 month ago

 झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से एक खूंटी लोकसभा सीट है...साल 2000 तक खूंटी भी बिहार का ही एक हिस्सा हुआ करता था...आजादी के बाद 1967 तक लगातार चार आम चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली और जयपाल सिंह सांसद बने...1971 में इस सीट पर झारखंड पार्टी के निरल एनम होरो को जीत मिली...जबकि 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर करिया मुंडा सांसद चुने गए...इसके बाद 1980 में एक बार फिर से झारखंड पार्टी के निरल एनम होरो सांसद चुने गए...1984 में इस सीट पर कांग्रेस के सिमोन टिग्गा जीतकर संसद पहुंचे...इसके बाद 1989 से 1999 तक लगातार 5 बार इस सीट पर बीजेपी के करिया मुंडा सांसद चुने गए...हालांकि 2004 में कांग्रेस ने वापसी की और सुशीला केरकेट्टा सांसद चुनी गई...लेकिन 2009 और 2014 में इस सीट पर फिर से बीजेपी के करिया मुंडा सांसद चुने गए... खूंटी लोकसभा सीट के तहत 6 विधानसभा सीटें आती हैं...जिनमें खूंटी जिले की तोरपा और खूंटी विधानसभा शामिल है...वहीं रांची जिले की तमर विधानसभा और सरायकेल-खरसावां जिले की खरसावां विधानसभा भी खूंटी लोकसभा का हिस्सा है...और सिमडेगा जिले की कोलेबीरा और सिमडेगा विधानसभा क्षेत्र भी खूंटी लोकसभा के दायरे में शामिल है...