Uttar Pradesh

Loksabha Election 2024: एक नजर चंदौली लोकसभा सीट पर ।। Chandauli Lok Sabha SeatPunjabkesari TV

1 month ago

  चंदौली 1997 में वाराणसी से अलग होकर नया जिला बना था.. लेकिन चंदौली संसदीय क्षेत्र पहले चुनाव से ही है...चंदौली को धान का कटोरा भी कहा जाता है...क्यों कि यहां अच्छे किस्म के चावल की पैदावार बहुतायत मात्रा में होती है... वाराणसी से सटे होने के कारण इस सीट की महत्ता काफी बढ़ जाती है...साथ ही यहां पंडित दीन दयाल जंक्शन भी है... जिसे पहले मुगलसराय के नाम से जाना जाता था...अगर बात करें इस सीट के लोकसभा इतिहास की तो यहां के पहले सांसद त्रिभुवन नारायण सिंह थे...त्रिभुवन नारायण 1957 में कांग्रेस के खाते से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे...1962 में कांग्रेस के बालकृष्ण सांसद बने...1967 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के निहाल सांसद बने...1971 में कांग्रेस के सुधाकर पांडेय यहां से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे...1977 में भारतीय लोकदल के नर सिंह चुनाव जीते...1980 के चुनाव में निहाल सिंह जनतांत्रित पार्टी से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे...1984 के चुनाव में कांग्रेस की चंदा त्रिपाठी चुनाव जीती...1989 के चुनाव में जनता दल के कैलाश नाथ सिंह यादव चुनाव जीते...1991 में यहां बीजेपी का खाता खुला और आनंद रतन मौर्य सांसद बने...आनंद इस सीट से 1996 और 1998 में भी चुनाव जीते...1999 के चुनाव में सपा के जवाहर जायसवाल चुनाव जीते...2004 के चुनाव में बसपा के कैलाश नाथ सिंह यादव चुनाव जीत कर संसद पहुंचे...2009 के चुनाव में सपा से रामकिशुन ने चुनाव जीता..और 2014 में बीजेपी के महेंद्र नाथ पांडेय चुनाव जी