Uttar Pradesh

Loksabha Election 2024: एक नजर Deoria Lok Sabha Seat पर ।। Deoria Lok Sabha Seat ।।Punjabkesari TV

2 weeks ago

 देवरिया को महान संत देवरहा बाबा की धरती के नाम से भी जाना जाता है...देवरिया नाम की उत्पत्ति ‘देवारण्य’ या ‘देवपुरिया’ से हुई थी...इसी के नाम पर इसका नाम देवरिया पड़ा.... बिहार राज्य से सीमा साझा करने वाली देवरिया संसदीय सीट का इतिहास देश के पहले लोकसभा चुनाव 1952 से शुरू होता है..इस चुनाव में विश्वनाथ राय सांसद चुने गए थे...विश्वनाथ राय 4 बार देवरिया से सांसद बने....1957 में हुए चुनाव में पीएसपी के रामजी वर्मा पर जनता ने भरोसा जताया..और यहां से चुनकर संसद भेजा...लेकिन अगले चुनाव 1962 में विश्वनाथ राय दुबारा यहां से सांसद बने...फिर 1967 में तीसरी और 1971 में चौथी बार यहां से उन्होंने सांसद बनने का तमगा हासिल किया.. इसके बाद 1977 में भारतीय लोकदल से उग्रसेन यहां से सांसद बने...जबकि 1981 के चुनाव में कांग्रेस रामायण राम यहां से सांसद चुने गए....वहीं 1984 के चुनाव में जनता ने फिर से कांग्रेस प्रत्याशी राजमंगल पांडेय पर भरोसा जताया..और यहां से चुनकर संसद भेजा...लेकिन अगले चुनाव 1989 में राजमंगल पांडेय जनता दल से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे....1991 के चुनाव में जनता दल ने अपना उम्मीदवार मोहन सिंह को बनाया और मोहन सिंह चुनाव जीत गए..वहीं पहली बार देवरिया संसदीय सीट पर बीजेपी का खाता 1996 में खुला..और श्री प्रकाश मणि सांसद बने...1998 के चुनाव में मोहन सिंह सपा में शामिल हो गए...और यहां से चुनाव जीता...1999 के चुनाव में श्री प्रकाश मणि दुबारा जीते...2004 के चुनाव में मोहन सिंह सपा के बैनर तले फिर चुनाव जीत गए...2009 के चुनाव में यहां से बसपा का खाता खुला और गोरख प्रसाद जायसवाल सांसद बने...वहीं 2014 में मोदी लहर के चलते यहां से बीजेपी के दिग्गज नेता कलराज मिश्रा चुनाव जीते और संसद पहुंचे....जबकि 2019 में बीजेपी ने कलराज मिश्र का टिकट काटकर रमापति राम त्रिपाठी  पर भरोसा जताया और वह जीतकर संसद पहुंचे...