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Low Voting Percentage से किसको नुकसान? BJP क्यों बरकरार? First Phase में कम वोटिंग से दलों में खलबलीPunjabkesari TV

11 days ago

लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियां तेज हैं... बीती 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान भी हो चुका है... दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग होनी है... इसके बाद तीसरे चरण के तहत 7 मई को 12 राज्यों... केन्द्र शासित प्रदेशों की 95 सीटों के लिए मतदान होगा... कुल 7 चरणों में मतदान होना है और आगामी 6 जून को नतीजे आएंगे... ये नतीजे ही तय करेंगे कि केंद्र की कुर्सी पर कौन पदासीन होगा?... लेकिन इस वक्त एक मुद्दा गंभीर चर्चा का विषय बना हुआ है... वो मुद्दा है... पहले फेज में कम वोटिंग का होना... नोटा का चुना जाना... पर ऐसा क्यों हुआ?... मतदाता अपने घर से क्यों नहीं निकलना चाहते?... क्या उनको गर्मी सता रही है?... या वीकेंड पर मतदान तिथि का मतदान पर असर पड़ना?... मतदाताओं को वोट देने में कोई दिलचस्पी क्यों नहीं रह गई... पहले तो ऐसा नहीं था... तो अब ऐसा क्यों हुआ?... क्या ऐसा इसलिए कि नेताओं ने अपने वजूद को खो दिया है... और वो जनता के वोट का दुरुपयोग करके पलभर में अपनी पार्टी की विचारधारा को दरकिनार करके किसी और पार्टी में शामिल होकर उसकी विचारधारा को अपना ले रहे हैं... एक सवाल ये भी है कि क्या राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ती धर्मान्धता कम वोटिंग प्रतिशत की वजह बन रही है...